कुल पेज दृश्य

रविवार, 14 जुलाई 2019

मुक्तक

मुक्तक:
मत सोच यार, पा-बाँट प्यार,
सह दर्द, दे ख़ुशी तू उधार।
पतवार-नाव, हो जोश-होश
कर-करा पार, तू सलिल-धार।। 
***
salil.sanjiv@gmail.com
#हिंदी_ब्लॉगिंग
#हिंदीब्लॉगर।कॉम

कोई टिप्पणी नहीं: