कुल पेज दृश्य

jaylalita लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
jaylalita लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 5 दिसंबर 2016

dohanjali

दोहांजलि
*
जयललिता-लालित्य को
भूल सकेगा कौन?
शून्य एक उपजा,
भरे कौन?
छा गया मौन.
*
जननेत्री थीं लोकप्रिय,
अभिनेत्री संपूर्ण.
जयललिता
सौन्दर्य की
मूर्ति, शिष्ट-शालीन.
*
दीन जनों को राहतें,
दीं
जन-धन से खूब
समर्थकी जयकार में
हँसीं हमेशा डूब
*
भारी रहीं विपक्ष पर,
समर्थकों की इष्ट
स्वामिभक्ति
पाली प्रबल
भोगें शेष अनिष्ट
*
कर विपदा का सामना
पाई विजय विशेष
अंकित हैं
इतिहास में
'सलिल' न संशय लेश


***

रविवार, 28 सितंबर 2014

navgeet:

नवगीत:

राजनीति की रानी
तुझको
कारावास मिला

खरबों लूट
करोड़ों बाँटे
अपने छोड़
गैर को डाँटे

अंगुली एक
उठी औरों पर
देख-दिखाओ
खुद पर केंद्रित
तीन छिपाओ 

पाखंडों के
कुछ पंडों को
थोड़ा त्रास मिला

जनगण बेहद
खुश- सच मानो
चमचों व्यर्थ
विरोध न ठानो

करे अदालत
थोड़ी जल्दी
साफ़-सफाई
रिश्वतखोरों
आफत आयी

आम आदमी के
अधरों पर
हास खिला

***