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मंगलवार, 23 जुलाई 2019

सरसी मिलिंद पाद छंद



चित्र पर रचना 
फ़ोटो का कोई वर्णन उपलब्ध नहीं है.

छंद:- सरसी मिलिंद पाद छंद
विधान:-16 ,11 मात्राओं पर यति
चरणान्त:- गुरू लघु
संजीव वर्मा 'सलिल'
*
दिग्दिगंत-अंबर पर छाया 
नील तिमिर घनघोर 
निशा झील में उतर नहाये 
यौवन-रूप अँजोर 
चुपके-चुपके चाँद निहारे 
बिम्ब खोलता पोल 
निशा उठा पतवार, भगाये 
नौका में भूडोल 
'सलिल' लहरियों में अवगाहे 
निशा लगाये आग 
कुढ़ चंदा दिलजला जला है 
साक्षी उसके दाग 
घटती-बढ़ती मोह-वासना 
जैसे शशि भी नित्य 
'सलिल' निशा सँग-साथ साधते 
राग-विराग अनित्य 
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