कुल पेज दृश्य

सिया लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सिया लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 19 फ़रवरी 2017

doha

दोहा सलिला
*
मधुशाला है यह जगत, मधुबाला है श्वास
वैलेंटाइन साधना, जीवन है मधुमास
*
धूप सुयश मिथलेश का, धूप सिया का रूप
याचक रघुवर दान पा, हर्षित हो हैं भूप
*