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मंगलवार, 22 सितंबर 2020

सरस्वती-वंदना / कान्ता रॉय

 सरस्वती-वंदना / कान्ता रॉय

चंदन-वंदन, है अभिनंदन,
परमेश्वरी माँ शारदे!
हँसवाहिनी, ज्ञानदायिनी,
श्वेताम्बरी माँ तार दे।
विमल बुद्धि, सद्भाव आचरण,
ज्ञान रौशनी, करे तम-हरण
जग-जीवन का सार दे,
चंदन-वंदन है अभिनंदन, परमेश्वरी माँ शारदे!
मन-घट में भर दे उजियारा
दूर करो माँ, जग-अँधियारा
करुणेश्वरी उपहार दे,
चंदन-वंदन है अभिनंदन
परमेश्वरी माँ शारदे!
हो मम मति चरणों की दासी
छाई है चहुँ ओर उदासी
स्नेह-सरित की धार दे,
चंदन-वंदन है अभिनंदन, परमेश्वरी माँ शारदे!
मिटा शत्रुता, द्वेषभाव को,
सम्बल दे माँ! आस-लास को
विहँस सफलता हार दे,
चंदन-वंदन है अभिनंदन, परमेश्वरी माँ शारदे!
गर्म रेत-सा, जीवन-पथ है,
फँसा क्लेश में रचना-रथ है
'कांता' को हँस प्यार दे,
चंदन-वंदन है अभिनंदन, परमेश्वरी माँ शारदे!

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