कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 17 सितंबर 2020

कुमाऊंनी सरस्वती वंदना

 ★कुमाँऊनी भाषा में सरस्वती वन्दना ★

माँ शारदे माँ शारदे तू ,हम सबू कैं तार दे,
तू छै ज्ञान देवी, स्वरै की देवी ,हम सबू कैं तार दे।
विद्या देवी, बुद्धि देवी, सरस्वती त्यर नाम छ,
वीणापाणी,हंसवाहिनी आदि शक्ति लै नाम छ।
हाथ जोड़ि बै विनती छू माँ ,ज्ञान क भण्डार दे।
माँ शारदे-----------------
हाथ में वीणा छ तेरी, ख्वर में मुकुट विराजि र,
कमल आसन त्यर खुटां में,मुख में तेज निखार छ।
हम अन्या्र में छूं शारदे, तू उज्या्वक संसार दे।
माँ शारदे----------------------
हर गीत में ,हर छन्द में,हर शब्द में तेरि छाप छ,
सब वेद और पुराण में,माँ शारदे तेरी मूर्ति छ।
हम मूढ़मति माँ शारदे, विद्या पांण अधिकार दे।
माँ शारदे------------------
*
आचार्य प्रकाश चन्द्र फुलोरिया

3 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (18-09-2020) को   "सबसे बड़े नेता हैं नरेंद्र मोदी"  (चर्चा अंक-3828)   पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।  
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ 
सादर...!
--
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

Jyoti khare ने कहा…

बहुत सुंदर सृजन

Sudha Devrani ने कहा…

कुमाऊंंनी भाषा में सुन्दर वंदना
वाह!!!