हास्य सलिला:
खरीदी
संजीव 'सलिल'
*
लल्लू जी बाज़ार में, थे बीबी के सँग.
सतत हाथ पकड़े रहे, देख लोग थे दंग..
देख लोग थे दंग, बात कुछ समझ न आई.
प्यार बहुत या, बात सुरक्षा की है भाई?
कैसे जानें राज, गले मिल कारण पूछा.
बोले: 'खाली जेब, हाथ अपना है छूछा.
छोडूंगा यदि हाथ मुसीबत होगी भारी.
आईं खरीदी करने को करके तैयारी.
***
Acharya Sanjiv verma 'Salil'
http://divyanarmada.blogspot.com
http://hindihindi.in
खरीदी
संजीव 'सलिल'
*
लल्लू जी बाज़ार में, थे बीबी के सँग.
सतत हाथ पकड़े रहे, देख लोग थे दंग..
देख लोग थे दंग, बात कुछ समझ न आई.
प्यार बहुत या, बात सुरक्षा की है भाई?
कैसे जानें राज, गले मिल कारण पूछा.
बोले: 'खाली जेब, हाथ अपना है छूछा.
छोडूंगा यदि हाथ मुसीबत होगी भारी.
आईं खरीदी करने को करके तैयारी.
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Acharya Sanjiv verma 'Salil'
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1 टिप्पणी:
बहुत खूब!
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