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बुधवार, 2 दिसंबर 2020

कुण्डलिया प्रश्नोत्तर

कुण्डलिया 
प्रश्नोत्तर 
*
लिखते-पढ़ते थक गया, बैठ गया हो मौन।  
पूछ रहा चलभाष से, बोलो मैं हूँ कौन? 
बोलो मैं हूँ कौन, मिला तब मुझको उत्तर 
पाए खुद को जान, न क्यों अब तक घनचक्कर?
तुम तुम हो; तुम नहीं, अन्य खुद जैसे दिखते 
मन भटकाए बिना, न क्यों तुम कविता लिखते।
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२९-११-२०१५ 

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