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शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

द्विपदियाँ - दोहे चाँद

द्विपदियाँ - दोहे 
चाँद 
संजीव 
*
सुबह के इन्तिज़ार में बेकल
चाँदनी रात चाँद साथ लिए
*
चाँद आकाश में घूँघट में भी 
कौन ज्यादा हसीन?; कौन कहे?
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चाँद ने चाँद में चेहरा देखा 
खोपड़ी आइना है मान लिया 
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चाँद पर चाँद हाथ फेर रहा 
चाँद खिड़की से झाँक देख रहा 
*
चाँद पे यान चीन का जो गया 
चाँद दहशत में हो न कोरोना 
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ग्रहण लग गया चाँद को राहु-केतु को देख 
डाइवोर्स ले चाँदनी,हुई दूर दुःख लेख 
छप् -छपाक् अवगाहते चाँद-चाँदनी संग 
आग लगी जलधार में, देख गगन है दंग 
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