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बुधवार, 25 अगस्त 2021

झूला गीत

झूला गीत
संजीव
प्रभु जी! झूलें विहँस हिंडोला
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मैया खोंसें कान कजलियाँ, मुस्कायें बम भोला।
ग्वाल-बाल सँग खाँय खजुरियाँ, तजकर माखन-गोला।
हमें बुला बिठलाँय बगल में, राधा का मन डोला।
रिमझिम-रिमझिम बादल बरसें, भीगा सबका चोला।
सावन गीत गा रहीं सखियाँ, प्रेम सुरों में घोला।
२५-८-२०१६ 
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