ॐ
मैया! ले लो अपनी कइंया
रेवा! दुनिया भाती नइंया
संग न सजनी, साथ न सइंया
निज आँचल की दे दो छइंया
*
जग में आया ले कुछ साँसें
भरमाया पालीं कुछ आसें
रिश्ते-नाते पाले, टूटे
जिसको अपना समझा लूटे
कोऊ नहीं है भला करइंयां
मैया! ले लो अपनी कइंया
*
साथ रही कब जोड़ी माया
तम में छूटी अपनी छाया
आखिर खाली हाथ रह गया
कोई अपना साथ कब गया?
हूँ शरणागत थामो बइंया
मैया! ले लो अपनी कइंया
*
जला दिया रिश्ते-नातों ने
भ्रम तोड़ा झूठी बातों ने
अस्थि-भस्म हो तुमको पाया
कुछ-कुछ डूबा, कुछ उतराया
मत ठुकरा माँ! पकड़ूँ पइंयां
मैया! ले लो अपनी कइंया
*
मुझको सिकता-कंकर कर दो
कंकर से शिव शंकर कर दो।
बिगड़ी गति ले अंक सुधारो
भव सागर के पार उतारो
तुमईं सहारा हो इक ठइंया
मैया! ले लो अपनी कइंया
*
२७-४-२०२१
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