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हरदोई में मिल गये, हरि-हर दोई संग।
रमा-उमा ने कर दिया जब दोनों को तंग।।
जब दोनों को तंग, याद तब विधि की आई।
रमा-उमा ने कर दिया जब दोनों को तंग।।
जब दोनों को तंग, याद तब विधि की आई।
शारद ने मति फेर, करा दी है कुड़माई।।
जान बचायें दैव, हमें दें रक्षा का वर।
विधि बोले शारदा, पड़ी हैं पीछे हरि-हर।।
जान बचायें दैव, हमें दें रक्षा का वर।
विधि बोले शारदा, पड़ी हैं पीछे हरि-हर।।
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२६-४-२०१६
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