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सोमवार, 8 मार्च 2021

अमृत महोत्सव १ अगिन नमन गणतंत्र महान

आजादी का अमृत महोत्सव १ 

*
दांडी मार्च साबरमती
भारत का प्रगति गान
आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' 
अगिन नमन गणतंत्र महान,
जनगण गाए मंगलगान। 
अमृत महोत्सव स्वतंत्रता का 
महके लोकतंत्र उद्यान।।  
*
दसों दिशाएँ लिए आरती,
नजर उतारे मातु भारती। 
भारत वर्ष बन रहा जगगुरु 
नेह नर्मदा पुलक तारती। । 
नीलगगन विस्तीर्ण वितान 
अगिन नमन गणतंत्र महान
*
ध्वजा तिरंगी फहरा फरफर, 
जनगण की जय बोले फिर फिर।  
इसरो रवि बन नापे नभ नित 
तम घिर विकल न हो मन्वन्तर।।  
सत्-शिव-सुंदर मूल्य महान
अगिन नमन गणतंत्र महान
*
नीव सुदृढ़ मजदूर-किसान,
रक्षक हैं सैनिक बलवान।  
अभियंता निर्माण करें नव-
मूल्य सनातन गढ़ इंसान।।  
सत्साहित्य रचें रस-खान
अगिन नमन गणतंत्र महान 
*
केसरिया बलिदान-क्रांति है,
श्वेत स्नेह सद्भाव शांति है। 
हरी जनाकांक्षा नव सपने-
नील चक्र निर्मूल भ्रांति है।। 
रज्जु बंध, निर्बंध उड़ान
अगिन नमन गणतंत्र महान 
*
कंकर हैं शंकर बन पाएँ
मानवता की जय जय गाएँ
अडिग अथक निष्काम काम कर
बिंदु सिंधु बनकर लहराएँ 
करे समय अपना जयगान
अगिन नमन गणतंत्र महान 
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