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सोमवार, 2 अगस्त 2021

मैं भारत हूँ द्विपदियाँ

। देश हमारा भारत है ।
। इसे सदा भारत कहें।
*
। एक देश एक नाम।
। अपना भारत महान।
*
। जन जन का यह नारा है ।
।। भारत नाम हमारा है ।।
*
। ज़र्रे ज़र्रे की हुंकार ।
। मुझको है भारत से प्यार।
*
है प्रकाश पाने में जो रत ।
। नाम इसी देश का भारत ।
*
। कल से कल को आज जोड़ता ।
। भारत देश न सत्य छोड़ता ।
*
। भारत माता की संतान ।
। भारत नाम हमारी आन ।
*
। हिमगिरि से सागर तक देश ।
। भारत महिमावान विशेष ।
*
। ध्वजा तिरंगी अपनी आन ।
। भारत नाम हमारी शान ।
*
। सिंधु नर्मदा गंगा कृष्णा ।
। भारत प्यारा रंग-बिरंगा ।
*
। जनगण-मन की यही पुकार ।
। भारत बोले सब संसार ।
*
। मैं भारत हूँ बोलिए ।
। ऐक्य भावना घोलिए।
*

। मैं भारत, मैं भारतवासी ।
। हर दिन होली, रात दिवाली।
*
। पीहू पोंगल बैसाखी ।
। गुड़ीपाड़वा संक्रांति ।
। मैं भारत हूँ, नदियाँ मेरी ।
। जय गुंजातीं सदियाँ मेरी ।
*
। मेरा हर दिन मेहनत पर्व।
।हूँ भारतवासी, है गर्व ।
*
। भारत होली-दीवाली ।
। ऊषा-संध्या रसवाली ।
। गेहूँ-मक्के की बाली ।
। चैया की प्याली थाली ।
*
। मुझको भारत बोले दुनिया ।
। मैया पप्पा मुन्नू मुनिया ।
*
। था, हूँ सदा रहूँगा भारत ।
। सब मिल बोलो मैं हूँ भारत।
*
। रसगुल्ला इडली दोसा ।
। छोला अरु लिट्टी चोखा ।
। पोहा दूध-जलेबी खा ।
। मैं भारत हूँ मिल गुंजा ।
*
। है आरंभ, नहीं यह अंत ।
। भारत कहते सुर-नर-संत।

*
। मैं भारत हूँ सभी कहें ।
। ऐक्य भाव में सभी बहें ।
*
। एक देश है, नाम एक है ।
। मैं भारत हूँ, नियत नेक है ।
*
सफल साधना कर रहे, सबकी करुणा सींव।।
*
पावन भारत भूमि पर, जन्में खुद भगवान।
प्रभु लीला में सहायक, भारत के इंसान।।
*
मैं भारत हूँ बोलिए, सभी उठाकर शीश।
कर संकल्प बढ़े चलें, हों सहाय जगदीश।।
*
देश एक है; देश का, नाम पुकारें एक।
भारत की जय बोलिए, जनगण मत है नेक।।
*
बच्चा-बच्चा रहा पुकार।
मैं भारत हूँ, सुन सरकार।।
*
चूड़ी पायल की आवाज।
भारत को भारत कह आज।।
हो भारत पर सब को गर्व
भारतवासी हैं हम सर्व।।
*
अंधकार कर नष्ट, उजाला पाने में रत भारत है।
सत-शिव-सुंदर इष्ट, सत्य पथ पर चलता नित भारत है।
जागे शासन और प्रशासन, जनगण- मन का मान रखे-
भाग्य विधाता खुद का खुद ही, सच कहता हूँ भारत है।
*
चंदन से ज्यादा पावन है माटी, इससे तिलक करो।
त्याग-शहादत है परिपाटी, जान लगाकर जीत वरो।
मैं भारत हूँ बोलो; लिखना मेरी माँ भारत माता-
धन्य हुआ पा जन्म यहाँ मैं, नित भारत के गुण गाता।
*
नाम देश का भारत है, भारत की जय बोल।
भारत माता के कानों में, भारत कह रस घोल।।
*
एक नाम हो देश का, जनता की है चाह।
संविधान बदलाव ही, एकमात्र है राह।।
*
सब दल मिलकर एक हों, पारित हो प्रस्ताव।
भारत देश अखंड हो, मिटे सभी अलगाव।।
*
हर मुख शोभित मास्क कह रहा मैं भारत हूँ।
देश-प्रगति का टास्क कह रहा मैं भारत हूँ।।
मत अतीत को कोसो, उससे सबक सीख लो-
मोर करो कम आस्क, कहो तब मैं भारत हूँ।।
***
। मैं भारत हूँ बोलिए । 
। ऐक्य भावना घोलिए।
*
  । मैं भारत, मैं भारतवासी ।
। हर दिन होली, रात दिवाली।
*
  । पीहू पोंगल बैसाखी ।
  । गुड़ीपाड़वा संक्रांति ।
। मैं भारत हूँ, नदियाँ मेरी ।
। जय गुंजातीं सदियाँ मेरी ।
*
। मेरा हर दिन मेहनत पर्व।
   ।हूँ भारतवासी, है गर्व ।
*
। भारत होली-दीवाली ।
। ऊषा-संध्या रसवाली ।
। गेहूँ-मक्के की बाली ।
। चैया की प्याली थाली ।
*
। मुझको भारत बोले दुनिया ।
   । मैया पप्पा मुन्नू मुनिया । 
*
 । था, हूँ सदा रहूँगा भारत ।
। सब मिल बोलो मैं हूँ भारत। 
*
। रसगुल्ला इडली दोसा ।
। छोला अरु लिट्टी चोखा ।
। पोहा दूध-जलेबी खा ।
। मैं भारत हूँ मिल गुंजा ।
*
 । है आरंभ, नहीं यह अंत ।
। भारत कहते सुर-नर-संत।
*
। मैं भारत हूँ सभी कहें ।
। ऐक्य भाव में सभी बहें ।
*
। एक देश है, नाम एक है ।
। मैं भारत  हूँ, नियत नेक है ।
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शिव पर दोहे
*
शिव सत हैं; रहते सदा, असत-अशुचि से दूर।
आत्मलीन परमात्म हैं, मोहमुक्त तमचूर।।
*
शिव सोकर भी जागते, भव से दूर-अदूर।
उन्मीलित श्यामल नयन, करुणा से भरपूर।।
*
शिव में राग-विराग है, शिव हैं क्रूर-अक्रूर।
भक्त विहँस अवलोकते, शिव का अद्भुत नूर।।
*
शिव शव का सच जानते, करते नहीं गुरूर।
काम वाम जा दग्ध हो, चढ़ता नहीं सुरूर।।
*
शिव न योग या भोग को, त्याग हुए मगरूर ।
सती सतासत पंथ चल, गहतीं सत्य जरूर।।
*
शिव से शिवा न भिन्न हैं, भेद करे जो सूर।
शिवा न शिव से खिन्न हैं, विरह नहीं मंजूर।।
*
शिव शंका के शत्रु हैं, सकल लोक मशहूर।
शिव-प्रति श्रद्धा हैं शिवा, ऐच्छिक कब मजबूर।।
*
शिव का चिर विश्वास हैं, शिवा भक्ति का पूर।
निराकार साकार हो, तज दें अहं हुजूर।।
*
शिव की नवधा भक्ति कर, तन-मन-धन है धूर।
नेह नर्मदा सलिल बन, हो संजीव मजूर।।
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आचार्य संजीव वर्मा "सलिल": 
। देश हमारा भारत है ।
। इसे सदा भारत कहें।
*
। एक देश एक नाम। 
। अपना भारत महान।
*
। जन जन का यह नारा है ।
।। भारत नाम  हमारा है ।।
*
। ज़र्रे ज़र्रे की हुंकार । 
। मुझको है भारत से प्यार।
*
है प्रकाश पाने में जो रत ।
। नाम इसी देश का भारत ।
*
। कल से कल को आज जोड़ता ।
    । भारत देश न सत्य छोड़ता ।
*
। भारत माता की संतान ।
। भारत नाम हमारी आन ।
*
। हिमगिरि से सागर तक देश ।
  । भारत महिमावान विशेष ।
*
। ध्वजा तिरंगी अपनी आन ।
। भारत नाम हमारी शान ।
*
। सिंधु नर्मदा गंगा कृष्णा ।
। भारत प्यारा रंग-बिरंगा ।
*
। जनगण-मन की यही पुकार ।
    । भारत बोले सब संसार ।
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