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रविवार, 4 अप्रैल 2021

एक शे'र

एक शे'र 
पत्थर से हर शहर में,
मिलते मकां हज़ारों.
मैं खोज-खोज हारा,
घर एक नहीं मिलता..
-संजीव वर्मा 'सलिल'

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