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रविवार, 7 मार्च 2021

आजादी का अमृत महोत्सव


आजादी का अमृत महोत्सव
भारत की आजादी की ७५ वीं वर्षग्रंथि पर तीन सप्ताह तक चलनेवाले ‘भारत का अमृत महोत्सव’ पर्व का आयोजन पूरे देश में १२ मार्च २०२१ से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी साबरमती द्वारा आरंभ किया जाएगा। इसके अंतर्गत देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में भारत के ऐतिहासिक वैभव, सांस्कृतिक धरोहर, प्रौद्योगिकी विकास एवं डिजिटल पहल को प्रदर्शित किया जायेगा । केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को राज्य सरकारों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के अधिकारियों के साथ चर्चा कर १२ मार्च से ५ अप्रैल तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव की तैयारियों का जायजा जिया । यह कार्यक्रम साल २०२२ में देश की आजादी की ७५ वीं वर्षगांठ से ७५ सप्ताह पूर्व आयोजित की जा रही है । देश की आजादी की ७५ वीं वर्षगांठ से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम साल २०२२ से साल २०२३ के स्वतंत्रता दिवस तक मनाया जायेगा । इस महोत्सव का उद्देश्य वर्ष १९४७ में स्वतन्त्रता के बाद की विभिन्न उपलब्धियों को प्रदर्शित कर जनगण के मन में गर्व की अनुभूति करना है। केंद्रीय गृह सचिव ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से विभिन्न गतिविधियों को लेकर योजना तैयार करने को कहा। इस अवसर पर गुरू तेग बहादुर, श्री अरविंदो, सुभाष चंद्र बोस जैसे विभूतियों और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े महान नेताओं पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे । इसके अलावा साइकिल रैलियां, प्रदर्शनी, योग शिविर, लेख प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा ।
अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न मंत्रालयों से आयोजित कार्यक्रमों के बारे में मार्गदर्शन के लिए राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति पहले ही गठित कर ली गई है। वर्ष २०१७ में स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि यदि हममें से प्रत्येक व्यक्ति, यह ध्यान दिए बिना कि वह कहाँ से जुडा है, एक नए संकल्प, नई ऊर्जा, नई शक्ति के साथ प्रयास करे, तो हम अपनी सामूहिक शक्ति से आजादी के ७५वें वर्ष २०२२ में पूरे देश का परिदृश्य बदल सकते हैं। यह भारत, एक नया भारत होगा- यह सुरक्षित समृद्ध और सुदृढ भारत होगा। सरकार ने २५९ सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय समिति का गठन किया है जिसके लिए एक राजपत्रित अधिसूचना जारी की गई है। इस राष्ट्रीय समिति में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा सभी क्षेत्रों के गणमान्य नागरिक शामिल हैं। समिति राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय स्वतंत्रता की ७५वीं वर्षगांठ की स्मृति के लिए कार्यक्रमों के निर्माण के लिए नीति निर्देश और दिशा निर्देश प्रदान करेगी।

भारत सरकार ने १५ अगस्त, २०२२ से ७५ सप्ताह पहले भारतीय स्वतंत्रता के ७५ वर्षों का जश्न शुरू करने का फैसला किया है। इस महोत्सव का उद्देश्य India@2047 के लिए विज़न बनाना है। इस महोत्सव में तकनीकी और वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रदर्शन के साथ विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके अलावा, इस इवेंट में कुछ अज्ञात स्थानों और कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को ही प्रदर्शित किया जायेगा। इस मौके पर सरकार विभिन्न मेगा परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेगी। अलग-अलग मंत्रालयों को अलग-अलग महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचान करने के लिए कहा गया है और सभी मंत्रालयों को अगले महीने से India@ 75 समारोह शुरू करने के लिए कहा गया है। इस सप्ताह से अंतर-मंत्रालयी बैठकें और समीक्षा बैठकें होंगी। सचिवों के समूह को गतिविधियों/इवेंट के लिए विस्तृत योजना तैयार करने और ७५ सप्ताह में से प्रत्येक के लिए एक साप्ताहिक विषय तैयार करने के लिए कहा गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय जल्द ही समयसीमा के साथ इवेंट का एक कैलेंडर जारी करेगा। है।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग उच्च अनुसूचित जाति की आबादी वाले १०,०००  गाँवों में ‘मॉडल गाँव’ सुविधाएँ लाएगा। अल्पसंख्यक मंत्रालय जियारत और उमराह तीर्थयात्रियों को मक्का के अलावा पवित्र स्थलों के लिए हज समिति अधिनियम २००२ में संशोधन पर विचार करेगा। इसी अवधि में १०० शहरों में सीवर सफाई का पूर्ण मशीनीकरण किया जाएगा।
२०१५-१६ में किए गए 13 वादे होंगे पूरे
बजट २०१५-१६ १३ वादे हैं, जिन्हें देश की आजादी के ७५वें वर्ष यानी २०२२ के अमृत महोत्सव के दौरान पूरे किए जाएँगे। ये सभी वादे भी आत्मनिर्भरता के विजन के अनुरूप हैं। 
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह ने इस संबंध में राज्यों, विश्वविद्यालयों और सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को पत्र में लिखा है कि समारोह का शुभारंभ १५ अगस्त २०२२ से ७५ सप्ताह पूर्व यानी १२ मार्च २०२१ को प्रस्तावित है। इस दिन महात्मा गांधी के नेतृत्व में किए गए ऐतिहासिक ‘नमक सत्याग्रह’ की ९१वीं वर्षगांठ भी है। इसी के तहत आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और देश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ नामक कार्यक्रम १२ मार्च २०२१ से १५ अगस्त २०२२ तक चलेंगे।कार्यक्रम में भारत के अपरिचित स्थानों और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का उल्लेख किया जाएगा। सभी संस्थानों को इसके तहत योजना बनानी होगी। इसमें १९४७ की उपलब्धियों को कार्यक्रमों में शामिल कर २०४७ से जोड़ा जाएगा। समारोह के माध्यम से भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की याद दिलाना और संबंधित अपरिचित स्थानों की छात्रों को जानकारी देना होगा। यह आयोजन हमारे देश की तकनीकी और वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रदर्शन के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी देखेगा. यूजीसी ने कहा - कार्यक्रम में भारत के कुछ अज्ञात स्थानों और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए योगदान पर प्रकाश डाला जाएगा। कालेज महोत्सव के अंतर्गत १९४७ के बाद से देश की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए गतिविधियों का आयोजन करेंगे। उन स्वतंत्रता सेनानियों और स्थानों के योगदान की याद दिलाने के लिए समारोह आयोजित करेंगे जो अस्पष्टता में बने हुए हैं और उन्हेंं प्रचारित करें ताकि आम जनता को जागरूक किया जा सके।
भारत सरकार भारत ने अमृत महोत्सव के लिए एक लोगो डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें २८ फरवरी भाग लेने की अंतिम तिथि थी. विजेताओं को पुरस्कार राशि में 1 लाख रुपये तक मिलेंगे.
मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त ने प्रदेश भर के स्कूलों में भारत की स्वतंत्रता के ७५ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' आयोजन करने को लेकर आदेश जारी किया है. इस आदेश का पालन राज्य के सभी स्कूलों को करना होगा. सभी स्कूलों में संबंधित विभिन्न कार्यक्रम १५ अगस्त २०२२ के ७५ सप्ताह पूर्व प्रारंभ होंगे तथा १५ अगस्त २०१३ तक मनाए जाएंगे. सभी विद्यालयों एवं जिला पुस्तकालयों में १२ मार्च को लगभग १ घंटे का कार्यक्रम किया जाएगा. इन कार्यक्रम में किसी ज्ञानी वक्ता को आमंत्रित कर उन्हें १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त तक उस जिले अथवा तहसील या ग्राम में जो घटनाएं हुई तथा स्थानीय नायक उभर कर आए उनके बारे में स्टूडेंट्स को बताया जाए. स्कूलों में "आजादी के अमृत महोत्सव" में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर प्रदर्शनियों/चलचित्र तथा निबंध लेखन, एकांकियों तथा स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित देश भक्ति गीतों का भी आयोजन किया जा सकता है. साथ ही अपने जिले अथवा आस पास के क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम की जानकारी भी स्टूडेंट्स को विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी. स्टूडेंट्स को इन योगदानों की जानकारी मिलने से उनके अंदर गौरव तथा प्रेरणा का भाव आएगा.विद्यालय प्रशासन को इन कार्यक्रमों का आयोजन कर उसका प्रतिवेदन और फोटो १५ मार्च तक ई-मेल आई.डी dpi75yearsuzadia gmail.com पर भेजने को कहा गया है. इस महोत्सव को मनाने के पीछेेे भारत को २०४७ के लिए एक दृष्टिकोण पैदा करना है। इसमें विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से देश को तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति को दर्शाया जाएगा।
मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त ने प्रदेश भर के स्कूलों में भारत की स्वतंत्रता के ७५ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ आयोजन करने को लेकर आदेश जारी किया है. इस आदेश का पालन राज्य के सभी स्कूलों को करना होगा. सभी स्कूलों में संबंधित विभिन्न कार्यक्रम १५ अगस्त २०२२ के ७५ सप्ताह पूर्व प्रारंभ होंगे तथा १५ अगस्त २०१३ तक मनाए जाएंगे. आदेश के अनुसार, सभी विद्यालयों एवं जिला पुस्तकालयों में १२ मार्च को लगभग १ घंटे का कार्यक्रम किया जाएगा. इन कार्यक्रम में किसी ज्ञानी वक्ता को आमंत्रित कर उन्हें १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त तक उस जिले अथवा तहसील या ग्राम में जो घटनाएं हुई तथा स्थानीय नायक उभर कर आए उनके बारे में छात्रों को बताया जाए.
स्कूलों में “आजादी के अमृत महोत्सव” में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर प्रदर्शनियों/चलचित्र तथा निबंध लेखन, एकांकियों तथा स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित देश भक्ति गीतों का भी आयोजन किया जा सकता है. साथ ही अपने जिले अथवा आस पास के क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम की जानकारी भी स्टूडेंट्स को विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी. स्टूडेंट्स को इन योगदानों की जानकारी मिलने से उनके अंदर गौरव तथा प्रेरणा का भाव आएगा.विद्यालय प्रशासन को इन कार्यक्रमों का आयोजन कर उसका प्रतिवेदन और फोटो 15 मार्च तक ई-मेल आई.डी dpi75yearsuzadia gmail.com पर भेजने को कहा गया है.
जम्मू कश्मीर दे हर हिस्से च ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ दे सरबंधै च केंई भांती दे कार्यक्रम लौआये जांगन RNU Jammu भारत दी आजादी दे 75 ब‘रे पूरे होने सरबंधै च मनाये जा‘रदे ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ दियें तैयारियें दा जायजा लैने लेई लैफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा होरें कल इक बैठक सद्दी। इत्त सरबंधै च इस महिने दी 12 तारीख गी स्वतंत्रता सैनानियें ते शहीदें जिआं ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह, मकवूल शेरवानी हुंदी जन्म आहली थाहरें उप्पर केंई समारोह लौआये जांगन। इस मौके उप्पर लैफ्टिनेंट गवर्नर होरें सब्बने प्रशासनिक सचिवें गी हिदायतां दितियां जे ओ ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ गी लेईये प्रदेश दे सारे हिस्सें च केंई समारोह लौआये जाने गी यकीनी बनान। इस दरान केंई भांती दे कार्यक्रम जिआं नमैशा, रैलियां, सैमिनार ते होर केंई चाल्ली दे सांस्कृतिक कार्यक्रम लौआये जांगन।

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