कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 9 सितंबर 2021

बुंदेली दोहा

दोहा सलिला :
बुंदेली दोहा
*
का भौ काय नटेर रय, दीदे मो खौं देख?
कई-सुनी बिसरा- लगा, गले मिटा खें रेख.
*
बऊ-दद्दा खिसिया रए, कौनौ धरें न कान
मौडीं-मौड़ां बाँट रय, अब बूढ़न खें ज्ञान.
*
९-९-२०१४

कोई टिप्पणी नहीं: