कुल पेज दृश्य

रविवार, 11 अप्रैल 2021

मुक्तक

 मुक्तक लोक/ शब्द लोक / विलोम शब्द मुक्तक समारोह-200 /प्रदत्त विलोम शब्द -कीर्ति -अपकीर्ति

समारोह अध्यक्ष श्री वसंत कुमार शर्मा जी
श्री उमा प्रसाद लोधी जी
आदरणीय शुक्ल जी
*
क्या करेंगे कीर्ति लेकर यदि न सत्ता मिल सकी।
दुश्मनों की कील भी हमसे नहीं यदि हिल सकी।।
पेट भर दे याकि तन ही ढँक सकेगी कीर्ति क्या?
कीर्ति पाकर हौसले की कली ही कब खिल सकी?
*
लाख दो अपकीर्ति मुझको, मैं न जुमला छोड़ता।
वक्ष छप्पन इंच का ले, दुम दबा मुँह मोड़ता।।
चीन पकिस्तान क्या नेपाल भी देता झुका-
निज प्रशंसा में 'सलिल' नभ से सितारे तोड़ता।।
*

कोई टिप्पणी नहीं: