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गुरुवार, 11 मार्च 2021

शिव भजन ५, स्व. शांति देवी वर्मा

पूज्य मातुश्री द्वारा रचित शिव भजन ५ 
धूमधाम भोले के गाँव 
स्व. शांति देवी वर्मा
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धूमधाम भोले के गाँव,
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कौन दिशा में?, कैसे जावें?, किते बसो भोले का गाँव ?
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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उत्तर दिशा में कैलाश परवत, बर्फ बीच भोले का गाँव।
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
*
कौन के लालन किते भए हैं?, का है पिता को नाम?
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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गौरा के सखी लालन भए हैं, शंकर पिता को नाम।
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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किते डालो लालन को पलना, बँधी काए की डोर  ।
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कल्प वृक्ष पे झूला डालो है, अमरबेल की है डोर ।
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कौन झुला कौन लोरी सुना रए?, कौन बलैंंया लेत?
चलो पाँव-पाँव सखी!
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शंकर झुला उमा लोरी सुनाएँ, नंदी बलैंया लेत।
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कौन नाच रए झूम-झूम के, कहो पहिर मुंड माल?
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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भूत पिशाच जोगिनी नाचें, पहिरे गले मुंड माल। 
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कौन चाह रए दर्शन पाएँ, कौन बाँच रए भाग?
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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ब्रह्मा-शारद; विष्णु लक्ष्मी, बाँच नें पाएँ भाग। 
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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कौन कर्म-फल लिखे भाग में, किनकी कृपा अपार?
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
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लिखे कर्म फल चित्रगुप्त प्रभु, रिद्धि-सिद्धि मिले अपार। 
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
धूमधाम भोले के गाँव,
चलो पाँव-पाँव सखी!.....
 

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