वर्ण पिरामिड
१.
'रे
नर!'
वानर
बोल पड़ा
'
अभिनंदन
कर, मैं हूँ तेरा
पुरखा सचमुच।'
*
२.
है
छाया
काया से
ज्यादा लंबी,
मत समझो
महत्वपूर्ण है
केवल लंबाई ही।
*
११-३-२०१९
'रे
नर!'
वानर
बोल पड़ा
'
अभिनंदन
कर, मैं हूँ तेरा
पुरखा सचमुच।'
*
२.
है
छाया
काया से
ज्यादा लंबी,
मत समझो
महत्वपूर्ण है
केवल लंबाई ही।
*
११-३-२०१९
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