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शनिवार, 23 नवंबर 2019

सरस्वती वंदना निमाड़ी हरीश दुबे

हरीश दुबे
जन्म - १९-७-१९६०, महेश्वर, मध्य प्रदेश।
शिक्षा - कला स्नातक।
प्रकाशन - गुरु की महिमा बड़ी अनुपम, बच्चे सबको प्यारे हैं।
संप्रति - स्वतंत्र लेखन।
संपर्क समीप स्टेट बैंक, महेश्वर, पश्चिम निमाड़, मध्य प्रदेश।
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सरस्वती वंदना 
निमाड़ी
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सरसती मैया खs मनावां
सजावां पूजा थल, चढ़ावां कंकू माळ
जगमग दियो रे जलावां 

हंस बठी नs मात पधारो
दूर करो अन्धान अंधारो
झनs नs नs झन वीणा झंकारों
मीठी-मीठी तान सुणावां
जगमग दियो रे जलावां 

तेज मुंडा पs धवळी साड़ी
चरण मs रख जे ओ म्हारी माड़ी
फूल सरीका गीत निमाड़ी 
थारा आगs गावां
जगमग दियो रे जलावां

मैया थारी महिमा न्यारी
वेद-मंत्र की तू फुलवारी
ललित कला कविता छे प्यारी
कलम को मान बढ़ावां
जगमग दियो रे जलावां
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