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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

सरस्वती वंदना - मीना भट्ट


मीना भट्ट



जन्म - ३० अप्रैल १९५३ नौगांव, जिला छतरपुर म. प्र.।
आत्मजा - स्व. सुमित्रा पाठक - स्व. हरिमोहन पाठक।
जीवनसाथी - श्री पुरुषोत्तम भट्ट।
शिक्षा - एम.ए., एलएल. बी.।
संप्रति - सेवा निवृत जिला जज, अध्यक्ष लोकायुक्त संगठन
संभागीय सतर्कता समिति।
प्रकाशन - पंचतंत्र में नारी, साझा संकलन।
उपलब्धि - अनेक साहित्यिक सम्मान।
संपर्क - १३०८ कृष्णा हाइट्स, ग्वारी घाट रोड, जबलपुर।
चलभाष - ९४२४६६९७२२, ई मेल - meena bhatt18547@gmail.com ।
*
वंदना
शारदे माँ बार बार
करूँ विनती विचार,
भर ज्ञान का भंडार,
विद्या दान दो अपार।

ज्ञान जीवन का सार,
उन्नति का है आधार,
सफलता का है द्वार,
शरण आयी तिहार।

दूर करिए विकार,
प्रतिभा को दें निखार ,
स्वप्न करिए साकार,
हार अर्पित, न हार।

चित रखिए उदार
वृत्ति दीजिए सुधार,
करूँ शारदे पुकार,
करदे माता उद्धार।
*
[रूपहरण धनाक्षरी, ८,८,८,८ वर्ण प्रति चरण, चार चरण समतुकांत,
चरणांत गुरु लघु]
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