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शुक्रवार, 29 नवंबर 2019

भोजपुरी सरस्वती वंदना गीता चौबे

भोजपुरी सरस्वती वंदना
गीता चौबे










जन्म - ११ अक्टूबर १९६७।
आत्मजा - श्रीमती तारा देवी - श्री (डॉ0)इन्द्रदेव उपाध्याय।
जीवनसाथी - श्री सुरेंद्र कुमार, अधीक्षण अभियंता।
शिक्षा - स्नातक प्रतिष्ठा, इतिहास में स्नातकोत्तर।
प्रकाशन - 'क्यारी भावनाओं की' शीघ्र प्रकाश्य।
ब्लॉग : मन के उद्गार।
उपलब्धि - साहित्यिक सम्मान।
संपर्क - जी ४ ए ग्रीन गार्डन अपार्टमेंट, हेसाग, हटिया, राँची ८३४००३ झारखंड।
चलभाष - ८८८०९६५००६।
*
हमनी के जीवन सँवार दे
माँ शारदे, माँ शारदे, माँ शारदे
हमनी के जीवन सँवार दे
माँ शारदे ....
मन में तोहर दर्शन के आस बा
आइल बानी हम सभे तोहरे पास माँ
छवि अँखियन में उतार दे माँ
शारदे माँ....
हमनी के बचवन हईं अज्ञानी
अब ना करब जा हमनी मनमानी
हमनी के तू सुविचार दे
माँ शारदे माँ...
आवे ना हमनी के छंद बंद्य माँ
हमके सिखा द अक्षर चंद माँ
सुर हमनी के निखार दे माँ
शारदे माँ...
हमनी के दे द आतना बुद्धि
मन में ना रहे कवनो अशुद्धि
अब ना कवनो विकार दे माँ
माँ शारदे ... माँ शारदे... माँ शारदे
जीवन हमनी के सँवार दे, माँ शारदे
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