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शनिवार, 14 नवंबर 2020

बाल मुक्तिका बिटिया छोटी

बाल रचना 
बिटिया छोटी 
*
फ़िक्र बड़ी पर बिटिया छोटी 
क्यों न खेलती कन्ना-गोटी?
*
ऐनक के चश्में से आँखें 
झाँकें लगतीं मोटी-मोटी 
*
इतनी ज्यादा गुस्सा क्यों है?
किसने की है हरकत खोटी 
*
दो-दो फूल सजे हैं प्यारे 
सर पर सोहे सुंदर चोटी 
*
हलुआ-पूड़ी इसे खिलाओ 
तनिक न भाती इसको रोटी 
*
खेल-कूद में मन लगता है
नहीं पढ़ेगी पोथी मोटी 
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