संस्मरण
हिंदी क्यों?
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अभियांत्रिकी महाविद्यालय, थर्मोडायनामिक्स की प्रायोगिक परीक्षा के बाद मौखिक साक्षात्कार। बाह्य परीक्षक द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में परीक्षार्थी ने 'वाटर वेपर' शब्द का प्रयोग किया। परीक्षक ने रोकते हुए दुबारा उत्तर देने को कहा।
परीक्षार्थी ने उत्तर दिया तो परीक्षक बोला 'सोचकर बोलो, जैसे का तैसा नहीं'।
परीक्षार्थी ने इस बार वही उत्तर दिया पर 'वाटर वेपर' के स्थान पर 'स्टीम' कहा।
ठीक है, तुम फिर 'वाटर वेपर' कहते तो फेल हो जाते। परीक्षक ने कहा।
शब्द कोश में 'स्टीम' और 'वाटर वेपर' दोनों का अर्थ 'भाप' है। भाप के लिए 'स्टीम' और 'वाटर वेपर' दोनों शब्द प्रयोग किए जाते हैं।
विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा का माध्यम हिंदी कराने और हिंदी की तकनीकी लेखन सामर्थ्य वृद्धि की बात निरंतर करता है किंतु तथाकथित समझदार आज भी पूछता हैं हिंदी क्यों?
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दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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गुरुवार, 10 जनवरी 2019
संस्मरण: हिंदी क्यों
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