गले मिले दोहा-यमक
*
गया गया है गया को, तर्पण करने आज
रहें सदय प्रभु हो सके, बिना विघ्न सब काज
*
राम राम यह क्या हुआ, बोल पड़े श्री राम
सिया समाई धरा में, कौन रहेगा वाम
*
गौ को दोहा ही नहीं, दोहा रच तल्लीन
दोहा बैठे पूत ने, भेजे चित्र नवीन
*
भोग दिखा भगवान को, भोग लगाते भक्त
देख रहे भगवान जी, कितने हुए अशक्त
*
लेखा अधिकारी कहे, समझो कुछ तो अर्थ
ले खा अधिकारी न ले, खा क्यों बैठे व्यर्थ
*
अना अना सह हँस रही , अनायास दुःख भूल
कली खिली रो हँस पड़ी, अना आना का मूल
*
शम्स शम्स से झाँकता, निकल रहा है शम्स
शम्स तपे, छतरी लिए, जान बचाता शम्स
*
सुधि न सुधा की सुधा दे, भुला दीजिए ध्यान
सुधा लुटाता सुधाकर, पाता जग से मान
*
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गया गया है गया को, तर्पण करने आज
रहें सदय प्रभु हो सके, बिना विघ्न सब काज
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राम राम यह क्या हुआ, बोल पड़े श्री राम
सिया समाई धरा में, कौन रहेगा वाम
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गौ को दोहा ही नहीं, दोहा रच तल्लीन
दोहा बैठे पूत ने, भेजे चित्र नवीन
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भोग दिखा भगवान को, भोग लगाते भक्त
देख रहे भगवान जी, कितने हुए अशक्त
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लेखा अधिकारी कहे, समझो कुछ तो अर्थ
ले खा अधिकारी न ले, खा क्यों बैठे व्यर्थ
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अना अना सह हँस रही , अनायास दुःख भूल
कली खिली रो हँस पड़ी, अना आना का मूल
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शम्स शम्स से झाँकता, निकल रहा है शम्स
शम्स तपे, छतरी लिए, जान बचाता शम्स
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सुधि न सुधा की सुधा दे, भुला दीजिए ध्यान
सुधा लुटाता सुधाकर, पाता जग से मान
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