फर्क
*
फर्क तो है
मुझमें और तुममें।
मेरी शर्त
तुम्हें अपनाना।
और तुमने
बिना शर्त
चाहा मुझे पाना।
अगर न होता
यह फर्क तो
कैसे हम गा पाते
सन्नाटे में दो गाना
***
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फर्क तो है
मुझमें और तुममें।
मेरी शर्त
तुम्हें अपनाना।
और तुमने
बिना शर्त
चाहा मुझे पाना।
अगर न होता
यह फर्क तो
कैसे हम गा पाते
सन्नाटे में दो गाना
***
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