समस्त पाठकों को होली की शुभकामनाओं के साथ.......
चन्द माहिया : होली पे.....
:1:
भर दो इस झोली में
प्यार भरे सपने
आ कर इस होली में
:2:
मारो ना पिचकारी
कोरी है तन की
अब तक मेरी सारी
:3:
रंगोली आँगन की
देख रही राहें
रह रह कर साजन की
:4:
मन ऐसा रँगा ,माहिया !
जितना मैं धोऊँ
उतना ही चढ़ा ,माहिया !
:5:
इक रंग ही सच्चा है
प्रीत मिला दे तो
सब रंग से अच्छा है
-आनन्द.पाठक-
09413395592
चन्द माहिया : होली पे.....
:1:
भर दो इस झोली में
प्यार भरे सपने
आ कर इस होली में
:2:
मारो ना पिचकारी
कोरी है तन की
अब तक मेरी सारी
:3:
रंगोली आँगन की
देख रही राहें
रह रह कर साजन की
:4:
मन ऐसा रँगा ,माहिया !
जितना मैं धोऊँ
उतना ही चढ़ा ,माहिया !
:5:
इक रंग ही सच्चा है
प्रीत मिला दे तो
सब रंग से अच्छा है
-आनन्द.पाठक-
09413395592
1 टिप्पणी:
शानदार माहिए, बधाई
एक टिप्पणी भेजें