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शनिवार, 12 जनवरी 2013

बाल गीत : रोज सुबह चूँ-चूँ चिड़िया संजीव 'सलिल'



> बाल गीत :
> रोज सुबह चूँ-चूँ चिड़िया
> संजीव 'सलिल'
> *
> रोज सुबह चूँ-चूँ चिड़िया, आती है हँस नमन करो.
> जो कुछ अच्छा दिखे तुम्हें, वह जीवन-पाथेय वरो..
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> जल्दी उठ व्यायाम करो, स्नान करो फिर ध्यान धरो.
शीश झुका, आशीष मिले, पा जीवन को चमन करो..
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> सीखो मुश्किल से लड़ना, फूल-फलो हो विनत झरो.
> सरहद पर दुश्मन आए, पाठ पढ़ाओ नहीं डरो..
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> भेद-भाव को दूर करो, सबमें समता भाव भरो.
> निर्बल का बल बनना है,
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> अच्छा दिखे न जो- छोड़ो, पीर किसी की 'सलिल' हरो.
> मलिन न हो धरती माता, पर्यावरण सफाई करो..
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> ****
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> Sanjiv verma 'Salil'
> salil.sanjiv@gmail.com
> http://divyanarmada.blogspot.com

1 टिप्पणी:

deepti gupta द्वारा yahoogroups.com ने कहा…

deepti gupta द्वारा yahoogroups.com

'चिडियाँ ' बहुत प्यारी और न्यारी हैं !