हिन्दी के नये छंद- १४ 
महावीर छंद 
हिंदी के नए छंदों की श्रुंखला में अब तक आपने पढ़े पाँच मात्रिक भवानी, राजीव, साधना, हिमालय, आचमन, ककहरा, तुहिणकण, अभियान, नर्मदा, सतपुडा छंद। अब प्रस्तुत है षड्मात्रिक छंद महावीर 
विधान-
१. प्रति पंक्ति ६ मात्रा। 
२. प्रति पंक्ति मात्रा क्रम लघु गुरु गुरु लघु। 
गीत
. 
नमस्कार! 
निराकार!!
. 
रचें छंद 
निरंकार। 
भरें भाव 
अलंकार। 
मिटे तुरत 
अहंकार। 
रहें देव 
इसी द्वार। 
नमस्कार! 
निराकार!!
.
भरें बाँह 
हरें दाह। 
करें पूर्ण 
सभी चाह। 
गहें थाह 
मिले वाह। 
लगातार 
करें प्यार 
नमस्कार! 
निराकार!!
२७-१०-२०१७ 
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