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शनिवार, 30 अक्तूबर 2021

अप्रतिम सृजनशिल्पी गिरिमोहन 'गुरु

अप्रतिम सृजनशिल्पी गिरिमोहन 'गुरु'  
संपादक आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'  
*
भाग १ 
१. व्यक्तित्व - 
अ. पूर्वजों की यश गाथा 
आ. किलकारी (बचपन)
इ. जीवट (जीवन संघर्ष) 
ई. समाज सेवा  - (सामाजिक कार्य, पर्यावरणीय कार्य, धार्मिक कार्य, शैक्षिक कार्य)
उ. उपलब्धियाँ  
भाग २. कृतित्व 
साहित्यिक सृजन 
क. मुझे नर्मदा कहो नवगीत संग्रह १९९८ 
ख. ग़ज़ल का दूसरा किनारा २००३ 
ग. जनक छंद मणि मालिका २००९ 
घ. पं. गिरिमोहन गुरु के नवगीत २०१०  
च. जुगनुओं से उजाला मुक्तक संग्रह २०१० 
छ. गीतों की ओर गीत संग्रह २०११  
ज. ग़ज़ल के छिलके २०११ 
झ. दोहे देहरी द्वार दोहा संग्रह २०१३ 
ऐसो मध्य प्रदेश हमारो  आकाशवाणी  गीत  
धार्मिक सृजन  
ट. आस्था के अठारह दीप चालीसा संग्रह   २०१३ 
ठ. श्री नर्मदा व्रत कथा 
ड. जय जय आंजनेय 
ढ. नर्मदा पुराण २०२० 
ण. शिव पुराण २०२१ 
लघु पुस्तिकाएँ 
त. बालबोध गीता    २००४ , थ. श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग चालीसा, द. गृहस्थ गीता २ - २००१, ध. दत्तात्रेय चालीसा २००४, न. संत गजानन चालीसा २००८, प. आरती प्रदीप २०११-१७, फ. नर्मदा भक्ति गीत २०१९, ब. श्री राधा चालीसा २०१९, भ. गृहस्थ गुरु गीता २०१९। 
भाग ३ 
निकष पर 
द्वार खड़े इतिहास के, सं. डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र - आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल', २००६  
समीक्षा प्रकाश सतसई, सं. डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र - डॉ. शरद नारायण खरे, २००७ 
य. गिरिमोहन गुरु और उनका काव्य - सतबीर सिंह, २००७ 
र. पं. गिरिमोहन गुरु के काव्य का समीक्षात्मक अध्ययन, भारती मिश्रा २००८ 
ल. समीक्षा के नए आयाम, डॉ. पशुपतिनाथ उपाध्याय २०१२
व. समीक्षा के अभिनव सोपान, डॉ. पशुपतिनाथ उपाध्याय २०१५  
श. समीक्षा के बढ़ते चरण, डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा २०१५ 
ष. समीक्षा के बढ़ते चरण, डॉ. कृष्णगोपाल मिश्रा २०१५ समीक्षा के नए स्वर आचार्य नर्मदा प्रसाद मालवीय २०१७ 
स. समीक्षा के नए संदर्भ, डॉ. रामसनेही लाल शर्मा 'यायावर' २०१८ 
ह. पं. गिरिमोहन गुरु का काव्य : एक अनुशीलन, डॉ. विजय महादेव गाडे २०१८ 
पं. गिरिमोहन गुरु का काव्य : एक मूल्यांकन, डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र  सं. डॉ. विजय महादेव गाडे २०१९
समीक्षा के नए क्षितिज : पं. गिरिमोहन गुरु का काव्य, डॉ. पशुपतिनाथ उपाध्याय, सं. भारती मिश्रा २०१९  
- लघु पुस्तिकाएँ : समीक्षा के बढ़ते चरण सं. गिरिवर गिरि गोस्वामी 'निर्मोही' २०१५,समीक्षा के नए-नए स्वर सं. मनोज जैन 'मधुर', समीक्षा के प्रतिस्वर, सं. ब्रजमोहन पांडे   
- अन्य : गुरु गरिमा के छंद - डॉ. शरद नारायण खरे २०१०, दोहे गुरु के द्वार, विजय गिरि २०१२, समीक्षा के नए द्वीप सं. पं. गिरि मोहन गुरु २०२१ 
- पत्रिकाओं में गुरु जी 
भाग ४
भाषान्तरण / भाषानुवाद 
त्रिवेणी संगम,  तृप्ति बेन गोस्वामी २०१२
जनक छंद मणिमालिका - तेलुगु डॉ. एम. रंगय्या  २०१२, मैथिली विनय बाबू मिश्र  २०१३, राजस्थानी मुखराम माकड़ 'माहिर' २०१४, छत्तीसगढ़ी बुधराम यादव २०१६, तमिल डॉ. एन. सुंदरम २०१६, मराठी डॉ. विजय महादेव गाडे २०१८ 
जय जय आंजनेय - गुजराती डॉ. कमल पुंजाणी २०२०, मराठी  डॉ. विजय महादेव गाडे २०२०  
भाग ५ 

 
   

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