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शनिवार, 10 अक्तूबर 2020

राजस्थानी मुक्तिका संजीव

राजस्थानी मुक्तिका
संजीव 
*
घाघरियो घुमकाय
मरवण घणी सुहाय 
*
गोरा-गोरा गाल 
मरते दम मुसकाय 
*
नैणा फोटू खैंच 
हिरदै लई मँढाय 
*
तारां छाई रात 
जाग-जगा भरमाय 
*
जनम-जनम रै संग 
ऐसो लाड़ लड़ाय 
*
देवी-देव मनाय  
मरियो साथै जाय 
*
           

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