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रविवार, 18 अक्तूबर 2020

मुहब्बत दो शे'र

मुहब्बत दो शे'र - -

मुहब्बत भी सिमट कर रह गयी है चंद घंटों की
कि जिस दिन याद करते हैं , उसी दिन भूल जाते हैं.. -सुरेंद्र श्रीवास्तव
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तुड़ा उपवास करवाचौथ का नेता सियासत में
लपक बाँहों में गैरों कीमुहब्बत खोज लाते हैं - संजीव
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