कुल पेज दृश्य

मंगलवार, 27 अक्तूबर 2020

दोहा सलिला

दोहा सलिला
*
स्नेह-सलिल की लहर सम, बहिये जी भर मीत
कूल न तोड़ें बाढ़ बन, यह जीवन की रीत
*
मिले प्रेरणा तो बने, दोहा गीत तुरंत
सदा सदय माँ शारदा, साक्षी दिशा-दिगंत
*

कोई टिप्पणी नहीं: