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मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

सरस्वती वंदना रागिनी गर्ग

सरस्वती वंदना
रागिनी गर्ग रामपुर यूपी
*
हे शारदे! माँ तार दे,
अपना बना, कर प्यार दे।
मेरी सफल, हो साधना,
करती रहूँ, आराधना।
मेरी कलम,को धार दे।
हे शारदे! माँ तार दे ।।
सातों स्वरों,का ज्ञान हो,
शिक्षा मिले,वरदान दो।
हँसता हुआ, संसार दे,
हे शारदे!माँ तार दे ।।
माता सुनो! ये प्रार्थना,
पूरी करो ,हर कामना।
अब जीत दे, मत हार दे।
हे शारदे! माँ तार दे।।
तुझको जपूँ, तुझको भजूँ,
हर काम में,सुमिरन करूँ।
जीवन तरे, उपहार दे।
हे शारदे! माँ तार दे ।।
नवगीत का, नव छन्द का,
अभ्यास हो, लयबद्ध का।
सब कुछ लिखूँ ,संचार दे।
हे शारदे, माँ तार दे।।
*

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