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बुधवार, 17 दिसंबर 2014

haiku:

हाइकु 
बात-बेबात   
रूसा-रूसी, संसद  
बच्चों का घर
*
बच्चों का घर 
धर्म सापेक्षता 
सच्चों का घर 
*  
प्रभु का वास 
बच्चों का घर है 
करो निवास 
चाय बागान 
देख हर्षित व्योम 
हँस रही भू 
चाय की आशा 
शिव-जगदीश भी 
पालते रहे 
*
बाँह में बाँह 
लापता है छाँह 
माँगे पनाह 
*

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