षट्पदी
कचरा पीछे छोड़कर, गुजर गया है पर्व
शर्म हमें इस पर बहुत, कैसे कर लें गर्व
कैसे कर लें गर्व, न कचरा बिना हमने
पूछें: गंदा जग क्यों व्यर्थ बनाया प्रभु ने?
क्यों न मनाएं पर्व, परम्पराएँ तोड़कर
गुजर न जाए पर्व कचरा पीछे छोड़कर
*
कचरा पीछे छोड़कर, गुजर गया है पर्व
शर्म हमें इस पर बहुत, कैसे कर लें गर्व
कैसे कर लें गर्व, न कचरा बिना हमने
पूछें: गंदा जग क्यों व्यर्थ बनाया प्रभु ने?
क्यों न मनाएं पर्व, परम्पराएँ तोड़कर
गुजर न जाए पर्व कचरा पीछे छोड़कर
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