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सोमवार, 27 जुलाई 2020

छंद परिचय : १

एक दोहा:
रह प्रशांत रच छंद तो, शुभ प्रभात हो आप
गौरैया कलरव करे, नाद सके जग व्याप
***
छंद परिचय : १
पहचानें इस छंद को, क्या लक्षण?, क्या नाम?
रच पायें तो रचें भी, मिले प्रशंसा-नाम..
*
नमन उषानाथ! मुँह मत मोड़ना.
ईश! कर अनाथ, हमें न छोड़ना.
साथ हो तुम तो, यम से भी लड़ें.
कर-उठा लें नभ, रख भू में जड़ें.
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salil.sanjiv@gmail.com

२७-७-२०१७ 

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