बालगीत:
अनुष्का
संजीव 'सलिल'
*
(लोस एंजिल्स अमेरिका से अपनी मम्मी रानी विशाल के साथ ददिहाल-ननिहाल भारत आई नन्हीं अनुष्का के लिए है यह गीत)
लो भारत में आई अनुष्का.
सबके दिल पर छाई अनुष्का.
यह परियों की शहजादी है.
खुशियाँ अनगिन लाई अनुष्का..
है नन्हीं, हौसले बड़े हैं.
कलियों सी मुस्काई अनुष्का..
दादा-दादी, नाना-नानी,
मामा के मन भाई अनुष्का..
सबसे मिल मम्मी क्यों रोती?
सोचे, समझ न पाई अनुष्का..
सात समंदर दूरी कितनी?
कर फैला मुस्काई अनुष्का..
जो मन भाये वही करेगी.
रोको, हुई रुलाई अनुष्का..
मम्मी दौड़ी, पकड़- चुपाऊँ.
हाथ न लेकिन आई अनुष्का..
ठेंगा दिखा दूर से हँस दी .
भरमा मन भरमाई अनुष्का..
**********************
दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
कुल पेज दृश्य
गुरुवार, 28 अक्टूबर 2010
बालगीत: अनुष्का संजीव 'सलिल'
चिप्पियाँ Labels:
-Acharya Sanjiv Verma 'Salil',
/samyik hindi kavya,
aachman. jabalpur,
anushka,
baalgeet,
Contemporary Hindi Poetry,
india.
आचार्य संजीव वर्मा सलिल
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
19 टिप्पणियां:
वाह प्यारी सी गुडिया के लिए प्यारा सा गीत .सलिल जी कि कलम के तो हम कायल हैं.
बहुत सुन्दर.
बहुत सुन्दर लिखा है
ये पंक्ति हमारी ओर से-
कब से देख रहे सब रस्ता
अब आई अब आई अनुष्का
are wahh bahut hi sunder hai
love u Anuska
मामा के मन भाई अनुष्का..
Salil ji ka abhaar
jinhone humari gudia ke liye likha hai.......
लो भारत में आई अनुष्का.
सबके दिल पर छाई अनुष्का.
............बहुत खूब, लाजबाब !
humari Anuska Hai hi aisi sabko bhati jati hai........
अनुष्का बिटिया को बहुत-बहुत आशीर्वाद .
आदरणीय नानाजी,
सादर प्रणाम !
आपने मेरी इण्डिया विज़िट पर इतनी प्यारी प्यारी कविता कह कर मेरी मन की बात बताई है ...आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! ऐसे ही हमेशा मुझे आपना अनुराग और आशीष देते रहिएगा .
आपकी प्यारी
अनुष्का
अरे यह कविता मैं नन्हा मन पर पढ़ भी आया..... यहाँ तो आज ही आया हूँ... अब आता रहूँगा....
बहुत प्यारी कविता लिखी है सलिलजी ने प्यारी बेटी अनुष्का के लिये ! सलिलजी के लिये ढेर सारा अभिनन्दन और प्यारी अनुष्का के लिये ढेर सारा आशीर्वाद ! आप सबको मेरी बहुत बहुत शुभकामनाएं !
बाल-लीला की सुन्दर अभिव्यक्ति !
बधाई आचार्य जी !
कमल
नन्ही अनुष्का को ढेर सारा प्यार!
--
सुन्दर बालगीत की रचना की है आचार्य जी ने!
--
तभी तो इसकी चर्चा यहाँ की है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/26.html
अनुष्का बहुत प्यारी है.... उसके लिए कविता भी कितनी सुंदर लिखी है....आपने
badhiyaa
nicely written in a rythemic way.. like it.
रानीविशाल :
आदरणीय नानाजी,
सादर प्रणाम
आपके द्वारा रची गई यह सुन्दर रचना मेरे लिए बहुत ही मनोहारी उपहार है ....आपके इस प्यार को मैं हमेशा अपने पास सहेज कर रखूंगी ....आभार !
आपकी प्यारी
अनुष्का
निर्मला कपिला :
बहुत अच्छा तोहफा दिया सलिल जी ने अनुष्का को। स्वागत है उसका यहाँ नानी के घर।
उसे आशीर्वाद और शुभकामनायें।
आदि तुम कैसे हो?
तुम्हें भी बहुत बहुत आशीर्वाद।
एक टिप्पणी भेजें