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सोमवार, 18 अक्तूबर 2010

हिंदी शब्द सलिला : ११ अ से प्रारंभ शब्द : ११ --- संजीव 'सलिल'

हिंदी शब्द सलिला : ११     संजीव 'सलिल'

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संकेत : अ.-अव्यय, अर. अरबी, अक्रि.-अकर्मक क्रिया, अप्र.-अप्रचलित, अर्थ.-अर्थशास्त्र, अलं.- अलंकार, अल्प-अल्प (लघुरूप) सूचक, आ.-आधुनिक, आयु.-आयुर्वेद, इ.-इत्यादि, इब.-इबरानी, उ. -उर्दू, उदा.-उदाहरण, उप.-उपसर्ग, उपनि.-उपनिषद, अं.-अंगिका, अंक.-अंकगणित, इ.-इंग्लिश/अंगरेजी, का.-कानून, काम.-कामशास्त्र, क्व.-क्वचित, ग.-गणित, गी.-गीता, गीता.-गीतावली, तुलसी-कृत, ग्रा.-ग्राम्य, ग्री.-ग्रीक., चि.-चित्रकला, छ.-छतीसगढ़ी, छं.-छंद, ज.-जर्मन, जै.-जैन साहित्य, ज्या.-ज्यामिति, ज्यो.-ज्योतिष, तं.-तंत्रशास्त्र, ति.-तिब्बती, तिर.-तिरस्कारसूचक, दे.-देशज, देव.-देवनागरी, ना.-नाटक, न्या.-न्याय, पा.-पाली, पारा.- पाराशर संहिता, पु.-पुराण, पुल.-पुल्लिंग, पुर्त. पुर्तगाली, पुरा.-पुरातत्व, प्र.-प्रत्यय, प्रा.-प्राचीन, प्राक.-प्राकृत, फा.-फ़ारसी, फ्रे.-फ्रेंच, ब.-बघेली, बर.-बर्मी, बहु.-बहुवचन, बि.-बिहारी, बुं.-बुन्देलखंडी, बृ.-बृहत्संहिता, बृज.-बृजभाषा  बो.-बोलचाल, बौ.-बौद्ध, बं.-बांग्ला/बंगाली, भाग.-भागवत/श्रीमद्भागवत, भूक्रि.-भूतकालिक क्रिया, मनु.-मनुस्मृति, महा.-महाभारत, मी.-मीमांसा, मु.-मुसलमान/नी, मुहा. -मुहावरा,  यू.-यूनानी, यूरो.-यूरोपीय, योग.योगशास्त्र, रा.-रामचन्द्रिका, केशवदस-कृत, राम.- रामचरितमानस-तुलसीकृत, रामा.- वाल्मीकि रामायण, रा.-पृथ्वीराज रासो, ला.-लाक्षणिक, लै.-लैटिन, लो.-लोकमान्य/लोक में प्रचलित, वा.-वाक्य, वि.-विशेषण, विद.-विदुरनीति, विद्या.-विद्यापति, वे.-वेदान्त, वै.-वैदिक, व्यं.-व्यंग्य, व्या.-व्याकरण, शुक्र.-शुक्रनीति, सं.-संस्कृत/संज्ञा, सक्रि.-सकर्मक क्रिया, सर्व.-सर्वनाम, सा.-साहित्य/साहित्यिक, सां.-सांस्कृतिक, सू.-सूफीमत, स्त्री.-स्त्रीलिंग, स्मृ.-स्मृतिग्रन्थ, ह.-हरिवंश पुराण, हिं.-हिंदी.     

अ से प्रारंभ शब्द : ११ 

संजीव 'सलिल'
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अक्षण  - पु. सं. असामयिक.
अक्षणिक - पु. सं. स्थिर, दृढ़, जो क्षणिक न हो.
अक्षत - वि. सं. अखंडित, समूचा, क्षतहीन, जिसे चोट न आयी हो, जो घायल न हो. पु. शिव, अखंडित चावल, लावा, जाऊ, धान / धान्य, हैं का अभाव, कल्याण, हिंजड़ा. -योनि- वि. स्त्री. जिसका कौमाँर्य भंग न हुआ हो, अविवाहित / कुँवारी / कुमारी कन्या, -वीर्य- वि. पु. अच्युत वीर्य, ब्रम्हचारी, जिसका वीर्य स्खलन न हुआ हो, क्षयाभाव, शिव, नपुंसक.
अक्षता - स्त्री. सं. कुमारी, अक्षतयोनि, कर्कटश्रृंगी, काकड़ासिंगी.
अक्षत्र - वि. सं. क्षत्रियों / वीरों से रहित.
अक्षम  - वि. सं. क्षमा-रहित, असहिष्णु, ईर्ष्या करनेवाला, क्षमता-रहित, असमर्थ.
अक्षमा - स्त्री. सं. अधीरता, क्रोध, ईर्ष्या, असमर्थता.
अक्षम्य - वि. सं. क्षमा न करने योग्य.
अक्षय - वि. सं. क्षयरहित, अविनाशी, निर्धन, पु. परमात्मा. -गुण- पु., शिव. -तृतीया- स्त्री. वैशाख शुक्ल तृतीया. -धाम- पु. वैकुण्ठ, मोक्ष. -नवमी- स्त्री. कार्तिक शुक्ला नवमी. -नीवी- स्त्री. स्थाई दान / निधि बौ. -पद- पु. मोक्ष. -लोक- पु. स्वर्ग. -वट / वृक्ष- पु. प्रयाग और गया के वट वृक्ष विशेष जो प्रलय में भी नष्ट नहीं होते.

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