दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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बुधवार, 29 अगस्त 2012
: आज का विचार : thought of the day :
चिप्पियाँ Labels:
आज का विचार,
Thought of the day
आचार्य संजीव वर्मा सलिल
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3 टिप्पणियां:
- kiran5690472@yahoo.co.in
Ati uttam vichar !!
deepti gupta ✆ द्वारा yahoogroups.com
kavyadhara
अतिसुन्दर !
सादर,
दीप्ति
sn Sharma ✆ द्वारा yahoogroups.com
kavyadhara
आ० आचार्य जी,
दोनों ही विचार महत्वपूर्ण हैं किंतु -
अशुभ असुंदर से पाला अधिकाधिक पड़ता है
सत्य और शिव सुन्दर तो कभी कभी घटता है
* * *
सच्चे मित्र आज के युग में अगर कभी मिल जाते हैं
पास और दूरी के अंतर तब तो मन तड़पाते हैं
सादर
कमल
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