आज का विचार thought of the day:
मनुज बनाया गया प्यार कर प्यार पा सके.
रची गयी जड़ वस्तु काम कुछ कभी आ सके.
है अशांति का मूल, प्यार जड़ वस्तु के लिये-
करते हम उपयोग मनुज का, स्वार्थ के लिये.

मनुज बनाया गया प्यार कर प्यार पा सके.
रची गयी जड़ वस्तु काम कुछ कभी आ सके.
है अशांति का मूल, प्यार जड़ वस्तु के लिये-
करते हम उपयोग मनुज का, स्वार्थ के लिये.
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