अनुकरणीय:
धरहरा गाँव में कन्या पैदा हो तो लगाते हैं 10 फलदार पौधे
इन पौधों की पूरी सावधानी से देखभाल की जाती है और इनके फलों से होनेवाली आय को सुरक्षित रखा जाता है.सदियों से जारी इस प्रथा के तहत इन पौधों से होने वाली आमदनी को शादी के वक्त बेटियों के हाथ थमा दिया जाता है।
कन्या के हाथों में बडी रकम को थमाने की आकांक्षा और अभिलाषा के चलते यहां के लोगों द्वारा बचत करने के इस तरीके और जज्बे का आज हर कोई जबर्दस्त कायल है।
५ जून २०१० को गांव के दौरे पर आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी यहां पर पौधारोपण कर इस परंपरा का निर्वहन किया और इस मॉडल को पूरे सूबे में अपनाने की बात कही। अब लोगों को उम्मीद है कि नीतिश कुमार का यह वादा कहीं दूसरे नेताओं की ही तरह कोरा वायदा ही बन कर ना रह जाए।
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