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गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

दोहा-जनक छंद

नव प्रयोग
दोहा-जनक छंद
*
विधि-विधान से कार्य कर, ब्रह्मा रहें प्रसन्न
याद रखें गुरु-सीख तो, विपद् न हो आसन्न
बात मीठी ही कहिए
मुकुल मन हँसते रहिए
स्नेह सलिला सम बहिए
कभी धीरज मत तजिए
*
संजीव
१६-४-२०२०

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