मुक्तिका
नारी और रंग
*
नारी रंग दिवानी है
खुश तो चूनर धानी है
नारी और रंग
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नारी रंग दिवानी है
खुश तो चूनर धानी है
लजा गुलाबी गाल हुए
शहद सरीखी बानी है
शहद सरीखी बानी है
नयन नशीले रतनारे
पर रमणी अभिमानी है
पर रमणी अभिमानी है
गुस्से से हो लाल गुलाब
तब लगती अनजानी है।
तब लगती अनजानी है।
झींगुर से डर हो पीली
वीरांगना भवानी है
वीरांगना भवानी है
लट घुँघराली नागिन सी
श्याम लता परवानी है
श्याम लता परवानी है
दंत पंक्ति या मणि मुक्ता
श्वेत धवल रसखानी है
श्वेत धवल रसखानी है
स्वप्नमयी आँखें नीली
समुद-गगन नूरानी है
समुद-गगन नूरानी है
ममता का विस्तार अनंत
भगवा सी वरदानी है
***
संवस
२७-४-२०१९
७९९९५५९६१८
भगवा सी वरदानी है
***
संवस
२७-४-२०१९
७९९९५५९६१८
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