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रविवार, 11 जुलाई 2021

मुक्तक

मुक्तक
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आसमान पर भाव आम जनता का जीवन कठिन हो रहा
त्राहिमाम सब ओर सँभल शासन, जनता का धैर्य खो रहा
पूंजीपतियों! धन लिप्सा तज भाव घटा जन को राहत दो
पेट भर सके मेहनतकश भी, रहे न भूखा, स्वप्न बो रहा
११.७.२०१४

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