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गुरुवार, 25 मई 2023

संविधान सभा

संविधान सभा 
भारत की संविधान सभा का चुनाव संविधान लेखन हेतु किया गया था। पहली बार संविधान सभा की माँग सन १८९५ में बाल गंगाधर तिलक ने उठाई थी। १९२५ में महात्मा गाँधी की अध्यक्षता में कामनवेल्थ ऑफ इण्डिया बिल प्रस्तुत किया। यह भारत के लिए संवैधानिक प्रणाली की रूपरेखा प्रस्तुत करने का प्रथम प्रयास था। अन्तिम बार (पाँचवी बार) १९३८ में जवाहरलाल नेहरू जी ने संविधान सभा बनाने का निर्णय लिया था। संविधान सभा के सदस्य वयस्क मताधिकार के आधार पर अप्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित हुए थे। जिनका चुनाव जुलाई १९४६ में सम्पन्न हुआ था। ब्रिटेन से स्वतन्त्र होने के बाद संविधान सभा के सदस्य ही प्रथम संसद के सदस्य बने। बँटवारे के बाद कुल ३८९ सदस्यों में से २९९ भारत में रह गए थे, शेष ९० पाकिस्तान चले गए थे। इनमें से २२९ चुने तथा ७० मनोनीत थे। इनमें १५ महिला, २६ अनुसूचित जाति तथा ३३ अनुसूचित जनजाति के सदस्य थे।

प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी तथा 7 सदस्य डॉ बी. आर. अम्बेडकर, अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, मोहम्मद सादुत्ता, एन गोपालस्वामी अय्यंगर, बी. एल. मिटर तथा डी.पी. खेतान थे।

द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद जुलाई १९४५ में ब्रिटेन में बनी नई सरकार ने भारत संबंधी नई नीति में एक संविधान निर्माण समिति बनाने का निर्णय लिया। भारत की स्वतंत्रता के प्रश्न का हल निकालने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री एटली ने कैबिनेट के तीन मंत्री लॉरेन्स, क्रिप्स, अलेक्जेंडर को भारत भेजा। मंत्रियों के इस दल को कैबिनेट मिशन के नाम से जाना जाता है।

१५ अगस्त १९४७ को भारत के आज़ाद हो जाने के बाद यह संविधान सभा पूर्णतः प्रभुतासंपन्न हो गई। इस सभा ने अपना कार्य १ दिसम्बर १९४६ से आरंभ किया। संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, भीमराव अम्बेडकर आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे।

सभापति

बिहार के प्रसिद्ध सांसद, शिक्षाविद, अधिवक्ता तथा पत्रकार लॉर्ड सच्चिदानन्द सिन्हा (१० नवम्बर १८७१-६ मार्च १९५०) इस सभा के प्रथम सभापति (९ दिसंबर १९४६ – ११ दिसंबर १९४६) थे। डॉ.सच्चिदानन्द सिन्हा का जन्म शाहाबाद जिले के मुरार गाँव के एक कायस्थ कुल में हुआ था वर्तमान में इनका गाँव बक्सर जिले में है। बिहार को बंगाल से पृथक राज्य के रूप में स्थापित करनेवाले लोगों में उनकी भूमिका सर्वाधिक है। १९१० के चुनाव में चार महाराजों को परास्त कर वे केंद्रीय विधान परिषद में प्रतिनिधि निर्वाचित हुए। वे प्रथम भारतीय थे जिन्हें एक प्रान्त का राज्यपाल और हाउस ऑफ् लार्डस का सदस्य बनने का श्रेय प्राप्त हुआ। वे प्रिवी कौंसिल के सदस्य भी थे। गवर्नर जनरल ने पटना के प्रख्यात विधिवेत्ता सच्चिदानन्द सिन्हा को वरिष्ठता और श्रेष्ठता के कारण संविधान सभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।

संविधान सभा नियमावली निर्माण के प्रथम दिवस जवाहरलाल नेहरू ने अधिकृत नियम बन जाने तक कार्य संचालन के लिए प्रस्ताव रखा कि जब तक संविधान सभा अपने संचालन की नियमावली स्वयं नहीं बना लेती तब तक केंद्रीय धारा समिति के नियमानुसार यथासंभव कार्य किया जाय। तदनुसार कार्य प्रणाली को बनाने के लिए जे. बी. कृपलानी ने केन्द्रीय धारा सभा के नियमों के अनुसार एक लंबा प्रस्ताव भेजा जिसके अनुसार संविधान सभा को नियम निर्माण समिति (प्रोसीजर कमेटी) गठित करना था जो संविधान सभा की कार्य प्रणाली के नियम और उसके अधिकारों का नियमन करने के प्रारूप बनाकर संविधान सभा में उसको स्वीकृति के लिए प्रस्तुत करती। यह प्रस्ताव समस्त संविधान सभा सदस्यों के पास भेजा गया कि अगली बैठक की तिथि के पूर्व तक यदि कोई संशोधन हो तो सचिव संविधान सभा तक पहुँचा सकते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं हो सकता। इस पर रघुनाथ विनायक धुलेकर (विद्वान्, धर्मनिष्ठ, कर्मठ और कुशल राजनेता, सदस्य झांसी, बाद में लोकसभा सांसद, उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के अध्यक्ष) ने संशोधन भेजा कि यह कार्य नियमावली गठन समिति अपने नियम हिंदुस्तानी में बनाए। वे नियम अंग्रेज़ी में अनुवाद किये जा सकते हैं। जब कोई सदस्य किसी नियम पर तर्क करे तो वह मूल हिन्दुस्तानी का उपयोग करे और उस पर जो निर्णय किया जाए वह भी हिंदुस्तानी में हो।

संविधान सभा ने ११ दिसंबर १९४६ को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (३ दिसम्बर १८८४ जीरदेई, सारण/अब सीवान जिला – २८फरवरी १९६३ सदाकत आश्रम पटना, पूर्व कॉंग्रेसाध्यक्ष, भारत के पहले मंत्रिमंडल में १९४६४७ मेें कृषि-खाद्यमंत्री, बाद में प्रथम राष्ट्रपति, भारतरत्न) को सभापति निर्वाचित कर लिया। संविधान सभा ने २ वर्ष, ११ माह, १८ दिन में कुल १६५ दिन बैठक की। इसकी बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की स्वतन्त्रता थी।

भारतीय संविधान सभा के सदस्य
मद्रास - ओ.वी.मुदलियार अलगेसन, अम्मु स्वामीनाथन, एम ए अयंगार, मोटूरि सत्यनारायण, दक्षयनी वेलायुधन, दुर्गाबाई देशमुख, एन. गोपालस्वामी अयंगर, डी. गोविंदा दास, जेरोम डिसूजा, पी. कक्कन, टी एम कलियन्नन गाउंडर, लालकृष्ण कामराज, वी. सी. केशव राव, टी. टी. कृष्णमाचारी, अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, एल कृष्णास्वामी भारती, पी. कुन्हिरामन, मोसलिकान्ति तिरुमाला राव, वी. मैं मुनिस्वामी पिल्लै, राजा एम अन्नामलाई मुत्तैया चेट्टियार, वी. नादिमुत्तु पिल्लै, एस नागप्पा, पी. एल नरसिम्हा राजू, पट्टाभि सीतारमैया, सी. पेरुमलस्वामी रेड्डी, टंगुटूरी प्रकाशम, एस एच. गप्पी, श्वेताचलपति रामकृष्ण रंगा रोवा, आर लालकृष्ण शन्मुखम चेट्टि, टी. ए रामलिंगम चेट्टियार, रामनाथ गोयनका, ओ पी. रामास्वामी रेड्डियार, एन जी रंगा, नीलम संजीव रेड्डी, शेख गालिब साहिब, लालकृष्ण संथानम, बी शिव राव, कल्लूर सुब्बा राव, यू श्रीनिवास मल्लय्या, पी. सुब्बारायन, चिदम्बरम् सुब्रह्मण्यम्, वी सुब्रमण्यम, एम. सी. वीरवाहु, पी. एम. वेलायुधपाणि, ए क मेनन, टी. जे एम विल्सन, मोहम्मद इस्माइल साहिब, के. टी. एम. अहमद इब्राहिम, महबूब अली बेग साहिब बहादुर, बी पोकर साहिब बहादुर, वी. रमैया, रामकृष्ण रंगा राव। 
बॉम्बे राज्य - बालचंद्र महेश्वर गुप्ते, हंसा मेहता, हरिविनायक पाटस्कर, बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर, यूसुफ एल्बन डिसूजा, कन्हैयालाल नानाभाई देसाई, केशवराव जेधे, खंडूभाई कसनजी देसाई, बाळासाहेब गंगाधर खेर, मीनू मसानी, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, नरहर विष्णु गाडगील, एस निजलिंगप्पा, एस. के. पाटिल, रामचंद्र मनोहर नलावडे़, आर आर दिवाकर, शंकरराव देव, गणेश वासुदेव मावलंकर, विनायकराव बालशंकर वैद्य, बी एन मुनवली, गोकुलभाई भट्ट, जीवराज नारायण मेहता, गोपालदास अंबैदास देसाई, प्राणलाल ठाकुरलाल मुंशी, बी एच. खरडेकर, रत्नाप्पा कुंभार, वल्लभ भाई पटेल, अब्दुल कादर मोहम्मद शेख, आफताब अहमद खान विनायक राणे , पंजाबराव देशमुख, सं.दि.परब
पश्चिम बंगाल - मनमोहन दास, अरुण चन्द्र गुहा, लक्ष्मी कांता मैत्रा, मिहिर लाल चट्टोपाध्याय, काफ़ी चन्द्र सामंत, सुरेश चंद्र मजूमदार, उपेंद्रनाथ बर्मन, प्रभुदयाल हिमतसिंगका, बसंत कुमार दास, रेणुका राय, हरेन्द्र कुमार मुखर्जी, सुरेंद्र मोहन घोष, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, अरी बहादुर गुरुंग, आर ई. पटेल, क्षितिज चंद्र नियोगी, रघीब अहसान, सोमनाथ लाहिड़ी, जासिमुद्दीन अहमद, नज़ीरुद्दीन अहमद, अब्दुल हलीम गज़नवी, डॉ भीमराव अम्बेडकर
संयुक्त प्रांत - अजीत प्रसाद जैन, अलगू राय शास्त्री, बालकृष्ण शर्मा, बंशीधर मिश्र, भगवान दीन, दामोदर स्वरूप सेठ, दयाल दास भगत, धरम प्रकाश, ए धरम दास, रघुनाथ विनायक धुलेकर, फिरोज गांधी, गोपाल नारायण, कृष्ण चंद्र शर्मा, गोविंद बल्लभ पंत, गोविंद मालवीय, हरियाणा गोविंद पंत, हरिहर नाथ शास्त्री, हृदय नाथ कुन्ज़रू, जसपत राय कपूर, जगन्नाथ बख्श सिंह, जवाहरलाल नेहरू, विजय लक्ष्मी पंडित, जोगेन्द्र सिंह, जुगल किशोर, ज्वाला प्रसाद श्रीवास्तव, बी वी. केसकर, कमला चौधरी, कमलापति त्रिपाठी , आचार्य कृपलानी, महावीर त्यागी, खुरशेद लाल, मसुरियादीन, मोहनलाल सक्सेना, पदमपत सिंघानिया, फूल सिंह, परागी लाल, पूर्णिमा बनर्जी, पुरुषोत्तम दास टंडन, हीरा वल्लभ त्रिपाठी, राम चंद्र गुप्ता, शिब्बन लाल सक्सेना, सतीश चंद्रा, जॉन मथाई, सुचेता कृपलानी, सुंदर लाल, वेंकटेश नारायण तिवारी, मोहनलाल गौतम, विश्वम्भर दयालु त्रिपाठी, विष्णु शरण दुबलिश, बेगम ऐज़ाज़ रसूल, चौधरी हैदर हुसैन, हसरत मोहानी, अबुल कलाम आजाद, नवाब मुहम्मद इस्माईल खान, रफी अहमद किदवई, मौलाना हिफ्ज़ुर्हमान स्योहारवी, बशीर हुसैन जैदी
पूर्वी पंजाब -रणबीर सिंह हुड्डा, बख्शी टेक चन्द, पंडित श्रीराम शर्मा, जयरामदास दौलताराम, ठाकुरदास भार्गव, बिक्रमलाल सोंधी, यशवंत राय, लाला अचिंत राम, नंद लाल, सरदार बलदेव सिंह, गुरमुख सिंह मुसाफिर, सरदार हुकम सिंह, सरदार भूपिंदर सिंह मान, सरदार रतन सिंह लौहगढ़, सरदार रणजीत सिंह
बिहार - अमिय कुमार घोष, अनुग्रह नारायण सिन्हा, बनारसी प्रसाद झुनझुनवाला, भागवत प्रसाद, Boniface लाकड़ा, ब्रजेश्वर प्रसाद, चंडिका राम, लालकृष्ण टी. शाह, देवेंद्र नाथ सामंत, डुबकी नारायण सिन्हा, गुप्तनाथ सिंह, यदुबंश सहाय, जगत नारायण लाल, जगजीवन राम, जयपाल सिंह मुंडा, कामेश्वर सिंह, कमलेश्वरी प्रसाद यादव, महेश प्रसाद सिन्हा, कृष्ण वल्लभ सहाय, रघुनंदन प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद, रामेश्वर प्रसाद सिन्हा, राम नारायण सिंह, सच्चिदानन्द सिन्हा, सारंगधर सिन्हा, सत्येन्द्र नारायण सिन्हा, बिनोदानंद झा, पी. लालकृष्ण सेन, श्रीकृष्ण सिंह, श्री नारायण महता, श्यामनन्दन सहाय, हुसैन इमाम, सैयद जाफर इमाम, एस.एम.लतीफुर्रहमान, एम. ताहिर, तजमुल हुसैन, चौधरी आबिद हुसैन, हरगोविन्द मिश्र
मध्य प्रान्त और बरार - गुरु अगमदास, रघु वीर, बड़ेभाई ठाकुर ललोनी, राजकुमारी अमृत कौर, नगला भौगरा (कामा) , भगवंतराव मंडलोई, बृजलाल बियाणी, बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल, प. किशोरी मोहन त्रिपाठी, सेठ गोविंद दास, डाँ.सर हरिसिंह गौर, हरि विष्णु कामथ, हेमचन्द्र जगोबाजी खांडेकर, घनश्याम सिंह गुप्ता, लक्ष्मण श्रवण भाटकर, पंजाबराव शामराव देशमुख, रविशंकर शुक्ल, आर लालकृष्ण सिधवा, शंकर त्र्यंबक धर्माधिकारी, फ्रैंक एंथोनी, काजी सैयद करीमुद्दीन, गणपतराव दानी, आर.एल. मालवीय, रामप्रसाद पोटाई
असम - निबारन चंद्र लास्कर, जेम्स जॉय मोहन निकोल्स रॉय, धरणीधर बसु मतरी, गोपीनाथ बोरदोलोई, कुलाधौर चालिहा, रोहिणी कुमार चौधरी, मुहम्मद सादुल्ला, अब्दुल रऊफ
उड़ीसा - विश्वनाथ दास, कृष्ण चन्द्र गजपति नारायण देव, हरेकृष्ण महताब, लक्ष्मीनारायण साहू, लोकनाथ मिश्र, नंदकिशोर दास, राजकृष्ण बोस, शांतनु कुमार दास, लाल मोहन पति, एन माधव राव, राज कुंवर, शारंगधर दास, युधिष्ठिर मिश्र
दिल्ली - देशबंधु गुप्ता
अजमेर मारवाड़ - मुकुट बिहारी लाल भार्गव
कूर्ग - सी. एम. पूनाचा
मैसूर (कर्नाटक) - के.सी.रेड्डी, के.हनुमन्तैया, टी. सिद्धलिंगैया, आर गुरुव रेड्डी, एस वी कृष्णमूर्ति राव, एच. सिद्धवीरप्पा, टी. चेन्निया
जम्मू एवं कश्मीर - शेख मुहम्मद अब्दुल्ला, मोतीराम बैगरा, मिर्जा मोहम्मद अफजल बेग, मौलाना मुहम्मद सईद मसूदी
त्रावणकोर-कोचीन (केरल) - पट्टम ताणु पिल्लै, आर शंकर, पी. टी. चाको, पानमपिली गोविन्द मेनन, एनी मस्करीन, पी. एस. नटराज पिल्लई, के ए मोहम्मद
मध्य भारत - विनायक सीताराम सरवटे, बृजराज नारायण, गोपीकृष्ण विजयवर्गीय, राम सहाय, कुसुम कांत जैन, राधवल्लभ विजयवर्गीय, सीताराम एस जापू
सौराष्ट्र - बलवंतराय मेहता, जयसुख लाल हाथी, ठक्कर बापा, चिमनलाल चकूभाई शाह, सामलदास गांधी
राजस्थान - जयपुर से वी. टी. कृष्णमाचारी और हीरालाल शास्त्री, खेतड़ी से सरदार सिंह, बीकानेर से के एम पण्णिकर‌ और जसवंत सिंह, भरतपुर से राज बहादुर, उदयपुर से माणिक्य लाल वर्मा और बलवंत सिंह मेहता, शाहपुरा से गोकुल लाल असावा, अलवर से रामचंद्र उपाध्याय, कोटा से दलेल सिंह, जोधपुर से जय नारायण व्यास और सी एस वेंकटाचारी सर टी वी राघवाचर्या (उदयपुर)
विन्ध्य प्रदेश - अवधेश प्रताप सिंह, शम्भूनाथ शुक्ल, राम सहाय तिवारी, मन्नूलालजी द्विवेदी, भैयालाल सिंह
कूचबिहार - हिम्मत सिंह लालकृष्ण माहेश्वरी
त्रिपुरा और मणिपुर - गिरिजा शंकर गुहा, रवि मैहरा
भोपाल - लाल सिंह
कच्छ - भवनजी अर्जुन खिमजी
हिमाचल प्रदेश - यशवंत सिंह परमार

समितियाँ -
संविधान सभा ने संविधान निर्माण के कार्य को त्वरित गति से पूरा करने के लिए २२ समितियों का निर्माण किया था जिसमें आठ प्रमुख समितियाँ थीं।

१. मसौदा समिति - बाबासाहेब आंबेडकर
२. केन्द्रीय ऊर्जा समिति - जवाहरलाल नेहरू
३. केन्द्रीय घटना समिति - जवाहरलाल नेहरू
४. प्रान्तीय घटना समिति - वल्लभभाई पटेल
५. मूलभूत अधिकार, अल्पसंख्यक, आदिवासी और अपवर्जित क्षेत्रों की सलाहकार समिति - वल्लभभाई पटेल, 
अ. मूलभूत अधिकार उपसमिति - जे॰ बी॰ कृपलानी 
आ. अल्पसंख्याकांची उपसमिति - हरेन्द्र कुमार मुखर्जी 
इ. उत्तर-पूर्व सीमान्त आदिवासी क्षेत्र उप-समिति - गोपीनाथ बोरदोलोई 
ई. वगळलेले आणि अंशतः वगळलेले क्षेत्र (असम के अतिरिक्त) उपसमिति - ठक्कर बापा 
६. प्रक्रिया समिति के नियम - राजेंद्र प्रसाद 
७. राज्य समिति – जवाहरलाल नेहरू 
८. सुकाणू समिति - राजेंद्र प्रसाद 
९. राष्ट्रीय ध्वज तदर्थ समिति - राजेंद्र प्रसाद 
१०. संघटन कार्य समिति की बैठक - गणेश वासुदेव मावलणकर 
११. समिति - पट्टाभि सीतारमैया
१२. भाषा समिति - मोटूरि सत्यनारायण
१३. व्यवसाय समिति के आदेश - कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी 
१४. राज्य समिति -गणेश वासुदेव मावलंकर

घटनाक्रम - ६ दिसम्बर १९४६: संविधान सभा की स्थापना हुई (फ्रेंच प्रथा के अनुसार) 9९ दिसम्बर १९४६: संविधान सभागृह (आज का संसद भवन सेंट्रल हॉल) में संविधान सभा की पहली बैठक हुई। संविधान सभा को संबोधित करने वाले प्रथम व्यक्ति जे.बी. कृपलानी थे। इसकी अध्यक्षता सच्चिदानन्द सिन्हा ने की। स्वतन्त्र देश की माँग करते हुए मुस्लिम लीग ने बैठक का बहिष्कार किया। ११ दिसम्बर १९४६: राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष, हरेंद्र कुमार मुखर्जी उपाध्यक्ष निर्वाचित। २२ जनवरी १९४७ : वस्तुनिष्ठ ठराव सर्वानुमति से स्वीकार हुआ। २२  जुलाई १९४७ : संविधान सभा ने तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज स्वीकार किया। १५ अगस्त १९४७ : भारत को स्वतन्त्रता मिली।  भारत से अलग होकर पाकिस्तान नामक देश बना। २९ अगस्त 1947१९४७ : मसौदा समिति बनी, जिसके अध्यक्ष डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर बनाए गए। इसके अन्य सदस्य ये थे: कन्हैयालाल मुंशी, मोहम्मद सादुल्लाह, अल्लादि कृष्णस्वामी अय्यर, गोपाळ स्वामी अय्यंगार, एन. माधव राव puna rao sa, टी.टी. कृष्णामचारी। १६ जुलाई १९४८: हरेंद्र कुमार मुखर्जी वी.टी. कृष्णामचारी संविधान सभा के दूसरे उपाध्यक्ष निर्वाचित किये गये। २६  नवम्बर १९४९ : संविधान सभा ने भारतीय संविधान को स्वीकार किया और उसके कुछ धाराओं को लागू भी किया गया। २४  जनवरी १९५० : संविधान सभा की बैठक हुई जिसमें संविधान पर सभी ने अपने हस्ताक्षर करके उसे मान्यता दी। २६ जनवरी १९५० : सम्पूर्ण भारतीय संविधान लागू हुआ। ***

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