अँग्रेज़ी काव्य विधाएँ-4
Blank Versedeepti gupta - sanjiv verma*
मीटर के बिना लिखी जाने वाली कविता Blank verse कविता कहलाती है. विलियम शेक्सपियर ने अपने अधिकतर नाटकों में इसका प्रयोग किया है.
Example:
From Macbeth by William Shakespeare
Tomorrow, and tomorrow, and tomorrow,
Creeps in this petty pace from day to day,
To the last syllable of recorded time;
And all our yesterdays have lighted fools
The way to dusty death. Out, out, brief candle!
Life's but a walking shadow, a poor player
That struts and frets his hour upon the stage
And then is heard no more: it is a tale
Told by an idiot, full of sound and fury,
Signifying nothing.
*
हिंदी साहित्य में छान्दस काव्य में सामान्यतः पंक्तियों का पदभार समान होता है। ब्लेंक वर्स अर्थात
अतुकांत कविता में पद संख्या, पद भार (मात्राओं / वर्णों की सामान संख्या) अथवा समान तुक का
बंधन नहीं होता।
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हिंदी साहित्य में छान्दस काव्य में सामान्यतः पंक्तियों का पदभार समान होता है। ब्लेंक वर्स अर्थात
अतुकांत कविता में पद संख्या, पद भार (मात्राओं / वर्णों की सामान संख्या) अथवा समान तुक का
बंधन नहीं होता।
उदाहरण :
सुख - दुःख
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सुख
आदमी को बाँटता है।
मगरूर बनाता है,
परिवेश से काटता है।
दुःख
आदमी को
आदमी से जोड़ता है।
दिल से मिलने को
दिल दौड़ता है।
फिर क्यों?
क्यों हम दुःख से दूर भागते हैं?
क्यों हमेशा ही
सुख की भीख मंगाते हैं?
काश! हम सुख को भी
दुःख की तरह बाँट पाते।
दुःख को भी
सुख की तरह चाह पाते।
सच मानो तब
अपने ही नहीं,
औरों के भी आंसू पी पाते।
आदमी से
इंसान बनकर जी पाते।
*
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