कुल पेज दृश्य

muktak aansu लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
muktak aansu लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 2 अप्रैल 2019

मुक्तक आँसू

मुक्तक
*
सिर्फ पानी नहीं आँसू, हर्ष भी हैं दर्द भी। 
बहाती नारी न केवल, हैं बनाते मर्द भी।।
गर प्रवाहित हों नहीं तो हृदय ही फट जाएगा-
हों गुलाबी-लाल तो होते कभी ये जर्द भी।।
***