नवगीत:
हुआ तो क्या
अविनाश ब्योहार
*
हुआ तो क्या
सच का ही
यशगान करेगा
घर खपरैल
हुआ तो क्या!
ऊँचे बंगलों
के कंगूरे
बेईमानी की
बातें करते!
महानगर के
हैं बाशिंदे
विश्वासों पर
घातें करते!!
कोई तवज्जो
नहीं मिली
दिल में तुफ़ैल
हुआ तो क्या!
हो गईं
मुंहजोर हैं
शहर में
चलती हवायें!
भोंडेपन के
दबाव में
आ गईं हैं
हुनर कलायें!!
हमनें उनकी
करी भलाई
मन में मैल
हुआ तो क्या!
***
अविनाश ब्यौहार
रायल एस्टेट कटंगी रोड
जबलपुर, 9826795372
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